अक्षय तृतीया वैशाख महीने में शुक्ल पक्ष के तृतीय तिथि को मनाया जाता है, यह तिथि अक्षय तृतीया के नाम से जाना जाता है, इस दिन बिना मुहूर्त देखे कोई भी शुभ काम किया जा सकता है
3 मई 2022 मंगलवार के दिन अक्षय तृतीया बनाया जाएगा
अक्षय तृतीया तिथि का प्रारंभ 3 मई 2022 सुबह 5:18 , से प्रारंभ हो रहा है
अक्षय तृतीया की समाप्ति 4 मई 2022 सुबह 7:32 को हो रहा है
ज्योतिषियों के अनुसार 50 साल बाद ग्रहों का अद्भुत संयोग इस दिन देखने को मिल रहा है इसी कारण इस बार अक्षय तृतीया का महत्त्व और ज्यादा बढ़ जाएगा , बृहस्पति अपने स्वयं की राशि मीन में विराजमान होंगे और साथ में शुक्र भी अपनी उच्चराशि मीन राशि में बृहस्पति के साथ होंगे दोनों ग्रहों की युती के कारण इसका महत्त्व और भी बढ़ गया है इस दिन लक्ष्मी और नारायण की कृपा बनी रहेंगी चन्द्रमा अपने उच्च राशि वृषभ में मौजूद रहेंगे इन ग्रहों की शुभ स्थिति के कारण शुभ और मंगलमय संयोग अक्षय तृतीया को बन रहा
अक्षय तृतीया के दिन की मान्यता यह है कि इस दिन नदी में स्नान करना चाहिए गंगाजी में स्नान करने से सारे पाप भूल जाते हैं अगर आपके आस- पास कोई नदी नहीं है तो स्नान करने वाले बाल्टी में गंगाजल और हल्दी पाउडर डालकर स्नान करने चाहिए इस दिन सुबह स्नान कर शुद्ध पीले वस्त्र धारण करने चाहिए इस दिन हवन यज्ञ तप व्रत करने से साधक को विशेष फल प्राप्त होता है
पूजा स्थल को साफ सुथरा करके भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए विष्णु सहतरनाम का पाठ भी इस दिन किया जा सकता है कहा जाता है कि इस दिन किया गया पूजा पाठ अक्षय होता है उसकी महत्ता और दिनों की अपेक्षा ज्यादा होता है
भगवान को मिठाई फल फूल और ऋतुफल अर्पित करने चाहिए विशेषकर भगवान विष्णु को तुलसी दल अवश्य अर्पित करना चाहिए क्योंकि बिना तुलसी दल के भगवान विष्णु की पूजा अधूरी मानी जाती
अक्षय तृतीया के दिन दान का विशेष महत्त्व है क्योंकि इस से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है अगर कोई व्यक्ति मदद मांगने के लिए आए तो आप उसे मना ना करें यह किसी भी गरीब को खाली हाथ न जाने दें किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार उसकी सहायता जरूर करनी चाहिए
अक्षय तृतीया के दिन परिवार के साथ सात्विक भोजन करना चाहिए और किसी के प्रति अपने अंदर द्वेषभाव नहीं रखने चाहिए
अक्षय तृतीया के दिन भगवान के सामने सुगंधित दीप दान करें और शाम के समय यह ध्यान जरूर रखें की घर का कोई कोना अंधेरा न रहे
अक्षय तृतीया के दिन धन स्थान रखने वाले जगह को भी साफ सुथरा करें तिजोरी को भी साफ सुथरा कर करें उस पर स्वास्थ्य चिन्ह बनाएं और उसकी पूजा करें जिससे कभी भी आने वाले समय में धन की कमी ना और समृद्धि बनी रहे
अच्छे तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुर्हूत है कोई भी शुभ काम इस दिन किया जा सकता है अगर कोई शुभ कार्य शुरू करना है तो निसंकोच इस दिन आरंभ कर देना चाहिए जैसे घर का क्रय बिक्रय ,गाड़ी खरीदने का सोच रहे हैं तो इस दिन जरूर क्रय कर सकते हैं, बच्चों की शिक्षा संस्कार का आरंभ कर सकते हैं , और छोटे बच्चों का अन्नप्रासन नामकरण जनेऊ संस्कार भी इस दिन किया जा सकता है
नोट- यहाँ दी गई जानकारी सामान्य जन मानस की मान्यताओं और जानकारीयों पर आधारित है http://43.205.213.15 किसी तरह से भी इसकी पुष्टि नहीं करता |
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